भारतीय सैनिकों का सीमा-पार मामला सीमावर्ती टकराव से अलग
2017-07-03 19:18:22 cri
भारतीय सीमावर्ती सैनिक अवैध रूप से चीन-भारत सीमा के सिक्किम भाग में घूसकर चीन के भीतर आ गये हैं, इस पर लोगों का बड़ा ध्यान बना हुआ है। 3 जुलाई को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कंग श्वांग ने पेइचिंग में कहा कि भारतीय सैनिकों की मौजूदा कार्रवाई पहले दोनों पक्षों के सीमावर्ती बल के बीच अनिश्चित रेखांकित क्षेत्र में हुए टकराव से प्राकृतिक तौर पर अलग है, यह अधिक गंभीर है।
कंग श्वांग ने कहा कि चीन-भारत सीमा के सिक्किम भाग वर्ष 1890《चीन और ब्रिटेन के बीच तिब्बत-भारत संधि》में रेखांकित किया गया था। लम्बे समय तक दोनों पक्ष इसके अनुसार निश्चित सीमा पर प्रबंध और नियंत्रण करते आ रहे हैं। इस बार भारत ने निश्चित सीमा रेखा को पार करने के लिए सैन्य बल को भेजा है, उसने ऐतिहासिक सीमा संधि, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियाद सिद्धांत का उल्लंघन किया है। यह एक बहुत गंभीर मामला है।
कंग श्वांग ने बल देते हुए कहा कि चीन ने कई बार भारत के सामने गंभीरता के साथ मामला उठाया है और भारत से सीमा संधि का पालन करने, चीन की प्रादेशिक भूमि और प्रभुसत्ता का सम्मान करने और शीघ्र ही सीमा पार सैनिकों को वापस बुलाने की मांग की।
(श्याओ थांग)