चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू खांग ने 29 जून को प्रेस वार्ता में कहा कि तुंग लांग क्षेत्र चीन की भूमि है। इससे इंकार नहीं किया जा सकता कि भारतीय सेना सीमा पार कर चीनी भूमि में पहुंची है। चीन भारत से जल्दी सीमा पार से अपनी सेना हटाने का आग्रह करता है ,जो इस घटना के समाधान की पूर्व शर्त है और किसी अर्थपूर्ण वार्ता करने का आधार भी है।
28 जून को हिंतुस्तान टाइम ने एक रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय थेल सेना के जनरल चीफ ऑफ स्टाफ रावत ने चीन और भारत के सीमा सुरक्षा बलों के बीच आमने सामने होने की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय भूमि का अतिक्रमण नहीं हुआ, जो पहले की भारतीय मीडिया रिपोर्ट के उलट है। इसपर लू खांग ने कहाकि भारतीय थल सेना के चीफ आफ स्टाफ की बात ने साबित किया है कि पहले भारतीय मीडिया की रिपोर्ट सच्ची नहीं थी। हम भारतीय पक्ष से ऐतिहासिक सीमा का पालन कर चीन की प्रभुसत्ता का सम्मान करने और जल्दी से सेना हटाने का आग्रह करते हैं ताकि घटना आगे न बढ़े।
लू खांग ने बल देकर कहा कि चीन भारत सीमा का सिक्किम सेक्टर के निर्धारण का स्पष्ट कानूनी सबूत है। प्रेस वार्ता में लू खांग ने भारतीय सेना के सीमा पार चीन में पहुंचने के फोटो भी दिखाये। (वेइतुङ)