चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू खांग ने 28 जून को बताया कि भारत के आधिकारिक मानसरोवर जाने वाले तीर्थयात्रियों का योजनानुसार नाथुरा दर्रे से तिब्बत नहीं जाने की पूरी जिम्मेदारी भारतीय पक्ष की है। तीर्थयात्रा लाइन कब बहाल होगी, यह इस पर निर्भर है कि क्या भारत जल्दी से गलती ठीक करेगा या नहीं।
लू खांग ने नियमित प्रेस वार्ता में कहा कि लंबे अरसे से चीन ने चीन-भारत मित्रता की समग्र दृष्टि से बड़ी कठिनाईयां दूर कर बड़ी मेहनत से भारत के आधिकारिक तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएं दीं। संबंधित चीनी विभागों ने चालू साल सत्कार कार्य के लिए तैयारियां पूरी की थी। हमने भारतीय पक्ष को साफ साफ कहा है कि तीर्थयात्रा स्थगित करना भारतीय सीमा सुरक्षाकर्मियों का गैर कानूनी रूप से सीमा पार करने के प्रति उठाया गया आपात कदम है।
लू खांग ने कहा कि भारतीय आधिकारिक तीर्थयात्रियों का तिब्बत जाने के लिए उचित माहौल और शर्त की आवश्यकता है।
(वेइतुङ)