चीन ने भारत से मांग की है कि वह सीमा पार करने वाले अपने सैनिकों को जल्द ही वापस बुलाए और इस मामले की पूरी जांच करे। ताकि चीन-भारत सीमा के सिक्किम भाग की शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कंग श्वांग ने 26 जून को यह बात कही।
कंग श्वांग के अनुसार हाल में भारतीय सैनिकों ने चीन-भारत सीमा के सिक्किम भाग को पार कर चीन में प्रवेश किया। उन्होंने चीनी सैनिकों की तोंगलांग क्षेत्र में सामान्य गतिविधियों को बाधित किया। चीन ने भी इसके जवाब में कदम उठाया।
कंग श्वांग ने कहा कि चीन-भारत सीमा का सिक्किम भाग साल 1890 की《चीन और ब्रिटेन के बीच तिब्बत-भारत संधि》में रेखांकित किया गया था। भारत के स्वतंत्र होने के बाद भारत सरकार ने कई बार लिखित तरीके से इसकी पुष्टि की थी कि दोनों पक्षों के बीच सिक्किम भाग को लेकर कोई विवाद नहीं है। चीन भारत से मांग करता है कि वह सीमा संधि के निर्णय व चीन की प्रादेशिक भूमि का सम्मान करे। और इसके साथ ही सीमा पार करने वाले भारतीय सैनिकों को वापस बुलाए, ताकि चीन-भारत सीमा के सिक्किम भाग की शांति और सुरक्षा बनी रहे।
कंग श्वांग ने कहा कि मौजूदा समय में इस मामले की वजह से सुरक्षा पर सोच-विचार कर चीन ने विवश होकर चीन-भारत सीमा के सिक्किम भाग में नाथुला दर्रे पर भारतीय श्रद्धालुओं के प्रवेश को अस्थाई तौर पर बंद किया और राजनयिक तरीके से भारत को सूचित किया है।
(श्याओ थांग)