आठ जून को भारत से एक महत्वपूर्ण खबर आई कि उत्तर प्रदेश प्रशासन ने सड़क यातायात की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक कानून बनाया जिसके तहत अगर दुपहिया वाहन चालक हेलमेट के बिना पेट्रोल पंप पर जाते हैं तो उन्हें पेट्रोल नहीं दिया जाएगा।
भारत में हर वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या सबसे अधिक रहती है। इस नीति के पक्षकारों का कहना है कि इससे लोगों में हेलमेट पहनने को लेकर जागरूकता बढ़ेगी लेकिन दूसरी तरफ़ कुछ लोगों का ये भी कहना है कि ये एक पुरानी योजना है जो पहले ही कई राज्यों में असफल हो चुकी है।
वहीं लखनऊ पेट्रोल पंप मालिकों के एसोसिएशन आर चौधरी का कहना है कि बिना हेलमेट वाले दुपहिया चालकों को पेट्रोल देने से मना करने से हमारी जान पर बन सकती है, और इससे हम दुपहिया चालकों को जागरूक नहीं बना सकते।
दिल्ली के एक सड़क सुरक्षा संगठन की पूजा शाह का कहना है कि अगर हम सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले नुकसान को कम करना चाहते हैं तो इसके लिये हमें इस नीति का सख्ती से पालन करना होगा।
वहीं दिल्ली के पेट्रोल पंप मालिक ने कहा कि इसकी पूरी जम्मेदारी हमारे ऊपर डालने से अच्छा इसमें पुलिस, सिविल सोसाइटी, राज्य और जागरूकता फैलाने वाले संगठनों की भागीदारी बढ़ाई जानी चाहिए।
पंकज