भारत के मध्य प्रांत मध्यप्रदेश में किसानों के एक आंदोलन ने उस दिन तब हिंसक रूप ले लिया जब प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने गोलियां चलानी शुरु कर दीं जिसमें 6 किसानों की गोली लगने से मौत हो गई जबकि 2 अन्य लोग घायल हुए हैं।
दरअसल ये घटना राजधानी भोपाल से 325 किलोमीटर दूर मंदसौर ज़िले के पिंपलियामंडी में हुई। दरअसल किसान राज्य सरकार से अपनी फसलों के लिये बेहतर दाम की मांग कर रहे थे, जब पुलिस ने किसानों पर गोलियां चलाना शुरु कर दिया। राष्ट्रीय किसान मज़दूर संघ के सदस्य गजेन्द्र टोकास ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे किसानों को तितर बितर करने के लिये पुलिस ने उनपर गोलियां चला दीं, किसान तो अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे। वहीं ऑल इंडिया रेडियो के अनुसार किसानों का आंदोलन हिंसक हो उठा था, उन्होंने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था जिससे निपटने के लिये पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिये आंसू गैस के गोले छोड़े और ताकत का इस्तेमाल किया।
वहीं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह और जिले के कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि आंदोलन के दौरान उपद्रवियों के गोली चलाने से लोग घायल हुए।
प्रशासन ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दे दिये हैं, और राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिये इंटरनेट सेवा को रोक दिया गया है, कर्फ्यू लगाने के साथ ही पिंपलियामंडी और मंदसौर में जगह जगह पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है।
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को एक एक लाख रुपये का मुआवज़ा देने की घोषणा की है।
पंकज