1 जून को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने संवाददाता सम्मेलन में यह आशा प्रकट की कि शांगहाई सहयोग संगठन में शामिल होने के बाद भारत और पाकिस्तान शांगहाई सहयोग संगठन के चार्टर, लंबे समय तक अच्छे पड़ोसियों जैसे मित्रवत संबंध और सहयोग संधि के नियम का पालन करके आपस में सहयोग करेंगे, शांगहाई भावना के अनुसार एक दूसरे के साथ अपने संबंधों को सुधारेंगे, ताकि समान रूप से इस संगठन के विकास में नई जीवन शक्ति का संचार हो सके।
रिपोर्ट के अनुसार भारत और पाकिस्तान शांगहाई सहयोग संगठन के अस्ताना शिखर सम्मेलन में औपचारिक सदस्य बनेंगे। उस दौरान यह संगठन विश्व में सबसे बड़ा क्षेत्रीय सहयोग संगठन बनेगा। चीनी विदेश मंत्रालय का विचार है कि व्यवस्थित रूप से शांगहाई सहयोग संगठन का विस्तार करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना सदस्य देशों द्वारा संपन्न सहमति है।
वर्तमान में सदस्य देश भारत और पाकिस्तान के साथ मेमोरंडम का कर्तव्य निभालने आदि संबंधित कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हैं। संबंधित कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है।
(वनिता)