चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 26 मई को मॉस्को में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ वार्ता करने के बाद प्रेस को बताया कि अब शांघाई सहयोग संगठन के सामने मौका होने के साथ-साथ चुनौती भी मौजूद है ।
वांग यी ने कहा कि आयोजित होने वाले आस्ताना शिखर सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान की भागीदारी होगी जिससे शांघाई सहयोग संगठन विश्व में सबसे ज्यादा जनसंख्या और सबसे विशाल क्षेत्रीय सहयोग संगठन बनेगा । आशा है कि भारत और पाकिस्तान शांघाई सहयोग संगठन के चार्टर और दीर्घकालीन मैत्रीपूर्ण सहयोग संधि के मुताबिक पारस्परिक संबंधों का सुधार करेंगे और इस संगठन में नयी जीवित शक्ति डालेंगे ।
वांग यी ने कहा कि चीन आस्ताना शिखर सम्मेलन के बाद शांघाई सहयोग संगठन का अध्यक्ष देश बनेगा । हम इससे संबंधित कार्य योजना बनाने में संलग्न हैं और राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, संस्कृति, वैदेशिक आवाजाही और संरचनात्मक निर्माण के क्षेत्रों में गतिविधियां चलाएंगे ।
( हूमिन )