इन दिनों भारतीय फिल्म《दंगल》चीन में बहुत लोकप्रिय हो रही है। इस हफ्ते फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 40 करोड़ युआन से अधिक की कमाई कर ली है। चीनी दर्शकों को आमिर खान के यह फिल्म इतनी पसंद क्यों आ रही है?
आमिर की《दंगल》पहलवान महावीर फोगट पर आधारित है, जिसमें आमिर ने महावीर का किरदार निभाया है। महावीर फोगट की चार बेटियां हैं, जिनमें गीता सबसे बड़ी हैं। महावीर फोगट ने अपनी बेटियों को पहलवानी सिखाई और आज उनकी बेटियां गीता और बबीता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती चैम्पियन हैं। गीता और बबिता फोगट 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में महिला कुश्ती में भारत के लिए पदक जीत चुकी हैं। इस फिल्म का निर्देशन और लेखन का कार्य नितीश तिवारी ने किया है। इस फ़िल्म में मुख्य किरदार में आमिर खान, साक्षी तंवर आदि हैं।
5 मई 2017 को चीन में फिल्म《दंगल》रिलिज हुई। अब तक इसका बॉक्स ऑफिस क्लेकशन 40 करोड़ युआन से अधिक रहा। चीन में तोउपान, शीक्वांग जैसे सामाजिक नेटवर्किंग साइटों पर इस फिल्म के प्रति दर्शकों की रेटिंग बहुत अच्छी है, जो 8.5 स्कोर से ऊपर है। कुछ दर्शकों ने इस फिल्म को देखकर अपना अनुभव बताया।
(महिला दर्शक)"सुना है कि यह एक बहुत अच्छी फिल्म है। इसलिए मैं यह देखने आई हूं। मुझे यह फिल्म बहुत पसंद है।"
(पुरुष दर्शक)"मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छी फिल्म है। इसलिए आज मैं खासतौर पर अपने बच्चे को लेकर आया हूँ।"
(लड़का दर्शक)"आखिरकार उन्होंने चैंपियनशीप जीत ली। वेरी ग्रेट"
(महिला दर्शक)"खेल जैसे विषय वाली फिल्म को देखने के दौरान दर्शक आसानी से प्रेरित हो जाते है। लेकिन मुझे लगता है कि इस फिल्म में पात्रों के मन वर्णन अविस्तृत है। मिसाल के लिए फिल्म में ऐसा किया जाना तो अच्छा हुआ कि उनकी दो बेटियां कुश्ती पसंद करेंगी। इसके आधार पर दर्शक शायद अधिक प्रभावित होंगे। लेकिन फिल्म में कभी कभार कहा जाता है कि उनके बाबा चैंपियन बनना चाहते थे।"
वहीं एक चीनी थाईवानी दर्शक ने कहा कि वह दस से अधिक सालों पहले आमिर खान का फैन बन गया था। इस फिल्म को देखना उन्हें बहुत उत्साहपूर्ण लग रहा है।
चीन में फिल्म《दंगल》को लेकर तरह-तरह की टिप्पणियां मौजूद हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इस फिल्म ने एक अच्छी और वास्तविक कहानी सुनायी। फिल्म के प्रमुख अभिनेता आमिर खान ने गत अप्रैल माह में चीन आए। उन्होंने कहा कि फिल्म का सबसे महत्वपूर्ण मूल तो एक अच्छी कहानी सुनाना है। आमिर खान ने कहा:
"मैं फिल्म परिवार में पला-बढ़ा हूँ। मेरे विचार में फिल्म शूटिंग का मतलब कहानी सुनाना है। यह फिल्म का मूल ही है। एक अच्छी कहानी और एक अच्छा पात्र देश की सीमा पार जा सकता है। जब फिल्म की कहानी मेरे दिल को छू जाती है तो ही मैं फिल्म के लिए हां करता हूँ। लगता है कि मेरे दिल को छू सकने वाली फिल्म भी दूसरों के दिलों को भी छू सकती है।"
फिल्म《दंगल》से पहले आमिर खान की《3 इडियट्स》और《पी.के》भी चीन में बहुत लोकप्रिय रही। आमिर खान के विचार में फिल्म की भाषा दुनिया भर के सभी देशों के लिए उचित है। उन्होंने कहा:
"पारंपरिक भारतीय फिल्म देखना एक चीनी दर्शक के लिए पूरी तरह नया अनुभव है। यह विदेशी फिल्म देखने का आकर्षण भी है। साल 2001 में मैंने फिल्म《लगान》की, जिसमें मध्य भारत में एक छोटे से गांव में गांववासियों के क्रिकेट खेलने की कहानी दिखाई गई है। यह फिल्म ऑस्कर पुरस्कार के लिए नामांकित हुई। इसके बाद विश्व के अनेक कोनों में बड़ी सफलता मिली। पहले कुछ देशों में क्रिकेट के बारे में जानकारी बिलकुल नहीं थी, लेकिन फिल्म देखने के बाद वहां क्रिकेट की बेसिक जानकारी हासिल हुई। मैं सहमत हूँ कि फिल्म बनाने के समय संस्कृति को जोड़ा जाना जरूरी है। लेकिन इस प्रकार की संस्कृति पूरी तरह मिलती जुलती नहीं होनी चाहिए।"