"एक पट्टी एक मार्ग" सभी देशों के बीच सहयोग की खोज की नई आशा बनी है। भविष्य में थाईलैंड अपना विकास और "एक पट्टी एक मार्ग" के बीच संबंधों को आगे मज़बूत करेगा। थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री सोमकिड जाटुश्रीपिटक ने 8 मई को यह बात कही।
उसी दिन बैंकाक में आयोजित "एक पट्टी एक मार्ग" संबंधी संगोष्ठी में उप प्रधानमंत्री सोमकिड जाटुश्रीपिटक ने घोषणा की कि वर्तमान में दुनिया में अनिश्चितता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। मुक्त व्यापार बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है। "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव सभी देशों के बीच सहयोग की खोज की नई आशा बना है। थाईलैंड इस प्रस्ताव का काफी स्वागत करता है। थाई सरकार और नागरिक इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं।
सोमकिड जाटुश्रीपिटक ने "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव की अत्यधिक सराहना की। उन्होंने कहा कि "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव से कुछ देशों के बजाये सारी दुनिया लाभ उठा सकेगी। "एक पट्टी एक मार्ग" की प्रस्तावना के बाद चीन ने संबंधित देशों को आधारभूत संरचना, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में संचार बढ़ाने का आमंत्रण भेजा था। पिछले कुल सालों से संबंधित देशों के बीच निवेश, व्यापार और पर्यटकों की संख्या में बहुत इज़ाफ़ा हुआ है। विश्वास है कि इस वृद्धि की प्रवृत्ति में कोई बदलाव नहीं होगा।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि भविष्य में थाईलैंड घरेलु विकास और "एक पट्टी एक मार्ग" के बीच संबंधों को आगे बढाएगा। उम्मीद है कि थाईलैंड संबंधित देशों विशेषकर चीन के साथ रेलवे और पत्तन समेत आधारभूत संरचना क्षेत्र में सहयोग का विकास करेगा।
(हैया)