भारतीय विदेश मंत्रालय में पूर्व में पूर्वी एशियाई ब्यूरो के प्रमुख ने अपने भाषण में चीन व भारत के युवा उद्यमियों व विद्वानों के बीच सहयोग को मजबूत करने पर सुझाव पेश किए। उन्होंने चीन-भारत युवा वार्ता मंच को द्विपक्षीय युवाओं की आवाजाही का अहम प्लेटफार्म बनाने की आशा जताई।