भारत में चीनी राजदूत लो चाओ ह्वेई दंपति ने 30 अप्रैल को दार्जिलिंग की जिलाधिकारी जोयोशी दास गुप्ता से मुलाकात की।
राजदूत लो ने कहा कि दार्जिलिंग बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार यानी बीसीआईएम आर्थिक कोरिडोर के अहम स्थान पर स्थित है, जो भारत का महत्वपूर्ण चाय उत्पादन और पर्यटन स्थल है। चीन दार्जिलिंग जिले के साथ चाय उगाना और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग मज़बूत करना चाहता है, ताकि चीन-भारत संबंध के विकास और बीसीआईएम आर्थिक कोरिडोर के निर्माण को आगे बढ़ाया जा सके।
वहीं, सुश्री गुप्ता ने कहा कि दार्जिलिंग और चीन के बीच आवाजाही का इतिहास बहुत पुराना है। विश्वविख्यात दार्जिलिंग ब्लैक टी 170 साल पहले चीन से आयात हुआ था। दार्जिलिंग चीन के साथ मिलकर चाय, पर्यटन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में आवाजाही और सहयोग मज़बूत करना चाहता है, ताकि स्थानीय नागरिकों को लाभ मिल सके।
(श्याओ थांग)