चार देशों के संबंधित सरकारी विभागों, अनुसंधान संस्थाओं, बैंकिंग संस्थाओं और कारोबार संगठन के प्रतिनिधियों समेत 50 से अधिक लोगों ने इसमें भाग लिया। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में आपसी संपर्क, ऊर्जा, निवेश, वित्तपोषण, माल और सेवा व्यापार तथा निवेश की सुविधा, अनवरत विकास और मानविकी आवाजाही जैसे मुख्य मुद्दों पर आदान-प्रदान और सहयोग पर कई आम सहमतियां प्राप्त हुईं।
बैठक में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों का समान विचार है कि दो सालों से अधिक समय में संपन्न संयुक्त अनुसंधान रिपोर्ट ने इस आर्थिक कोरिडॉर के विस्तार अनुसंधान, भविष्य में विभिन्न पक्षों के बीच वास्तविक तौर पर भिन्न-भिन्न कार्यों को आगे बढ़ाने का बेहतर आधार मुहैया करवाया है।
चारों पक्षों के बीच सहमती हुई कि संयुक्त अनुसंधान रिपोर्ट की समाप्ति के बाद बांग्लादेश, चीन, भारत और म्यांमार की सरकारों के बीच ढांचागत विचार-विमर्श कार्य शुरु होगा। अनुसंधान कार्य दल की चौथी बैठक साल 2018 के पूर्वार्द्ध में म्यांमार में आयोजित होगी।
(श्याओ थांग)