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    पर्यटन के विकास से लोंग शंग काउंटी को गरीबी से छुटकारा मिला
    2017-04-19 14:51:33 cri

    क्वांग शी च्वांग स्वायत्त प्रदेश की लोंग शंग काउंटी एक बहुजातीय इलाका है। यहां च्वांग, याओ, तुंग, मियाओ, हान समेत कई जातियां बसी हुई हैं। पहले यहां घरों में पानी की सप्लाई और बिजली उपलब्ध नहीं थी। यातायात का मतलमहज पैदल चलना था। लोंग शंग देश की एक सबसे गरीब काउंटी थी। वर्तमान में लोंग शंग काउंटी को पर्यटन के विकास के कारण गरीबी से छुटकारा मिला है। विभिन्न जातियों के लोग धनी होने के रास्ते पर चल रहे हैं।

    लोंग शंग काउंटी के लोंग ची प्राकृतिक दृश्य क्षेत्र में एक अल्पसंख्यक जाति याओ जाति के गांव है। गांव में कई पीले रंग वाले याओ जाति के पारंपरिक मकान हैं, जो स्तंभों पर बने हुए हैं। जब पर्यटक याओ जाति के गांव में प्रवेश करते हैं, तो वहां की महिलाएं गीत और नृत्य से पर्यटकों का स्वागत करती हैं। लोंग ची प्राकृतिक दृश्य क्षेत्र में पर्यटन के विकास के बाद याओ गांव याओ जाति की विशेष पारंपरिक संस्कृति दिखाने का अहम स्थान बन गया है। वहां की महिलाएं विश्वभर के पर्यटकों के सामने याओ जाति के पारंपरिक गीत और नृत्य का प्रदर्शन करती हैं।

    पेन यूच्याओ गांव के गीत नृत्य मंडल की एक सदस्य हैं। उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया कि उनके गीत और नृत्य का स्रोत जीवन से आता है। कार्यक्रम के प्रदर्शन के लिए उनको ज्यादा अभ्यास की जरूरत नहीं पड़ती। वे इकट्ठा होकर थोड़ा अभ्यास करने के बाद ही याओ जाति के रीति रिवाज़ों से भरे सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर सकती हैं। उन्होंने बताया,पहले हम कृषि पर निर्भर रहते थे। अगर मौसम खराब होता था, तो आय पर भी बुरा असर पड़ता था। पर्यटन विकास से पहले हमारे पास निरंतर आय का कोई स्रोत नहीं था। अब अच्छा है। जन जीवन उन्नत हो रहा है। हमारे मकान और पर्यावरण में बड़ा सुधार हुआ है। वर्तमान में मेरी सालाना आमदनी लगभग 40 से 50 हजार युआन तक जा पहुंची है। कुछ महिलाओं की आय इससे भी अधिक हुई है।

    पर्यटन उद्योग के विकास से पहले वहां के गांववासी बहुत गरीब थे। उत्तर लोंग ची में स्थित ता चैइ गांव के अधिकांश किसान झोंपडियों में रहते थे और कच्चे मकानों में पलंग और चूल्हे के अलावा कुछ भी नहीं होता था। गांव के प्रमुख पेन पाओयू ने पहले के गरीबी भरे जीवन की याद करते हुए बताया, पहले यहां बहुत ग़रीब था। इस गांव में वर्ष 1999 में बिजली आयी। वर्ष 2003 में बस सेवा शुरु हुई। पर्यटन के विकास से पहले पर्याप्त तेल और नमक भी नहीं मिलता था। हमारी मदद के लिए बाहर के लोग हमेशा नकद और वस्तुओं का दान करते थे। मुझे याद है कि एक बार मैंने एक पैंट मांगा। वह पैंट बहुत लंबा और मोटा था। मैंने कैंची से उसे कुछ काटा और फिर सिलाई भी की। वर्ष 1999 में जब मैं पेइचिंग जाकर मजदूरी करने लगा, तो मैंने वह पैंट पहना था।

    वर्ष 2003 में लोंग शंग काउंटी सरकार ने पर्यटन के विकास से गरीबी दूर करने का रास्ता निकालने की कोशिश शुरू की। इस नयी विकास रणनीति से लोंग संग की जनता को बड़ा आर्थिक लाभ मिला। क्वांग शी पर्यटन विकास आयोग की नीति और कानून विभाग के निदेशक चू फंग ने इसकी चर्चा करते हुए बताया,कृषि साइटसीइंग, ग्रामीण पर्यटन, पर्यटन वस्तुओं के वकास, पर्यटन के ढांचागत संस्थापनों के निर्माण और नौकरी सृजन से स्थानीय पर्यटन उद्योग का विकास होने लगा और किसानों की आय में भी वृद्धि हुई। उदाहरण के लिए पिछले साल लोंग शंग के पर्यटन उद्योग का तेज़ विकास हुआ। पर्यटन से प्रत्यक्ष रूप से जुडे रोज़गारियों की संख्या 25 हजार तक जा पहुंची, अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े रोज़गारियों की संख्या 50 हज़ार है। गतवर्ष कुल 64 लाख से ज्यादा पर्यटकों का सत्कार किया गया। पर्यटन उपभोग की राशि 6 अरब 65 करोड़ युआन थी। 35 प्रतिशत आबादी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूस से पर्यटन का आर्थिक लाभ मिला।

    ता चैइ गांव की सीढ़ीनुमा खेती देश विदेश में मशहूर है। उसकी एक उपाधि है कि होम ऑफ द टेरेस। पहले सीढ़ीनुमा खेती महज़ किसानों की खेती होती थी, अब वह पर्यटकों को आकर्षित करने वाला अहम संसाधन बन चुका है। वर्ष 2003 में ता चैइ गांव ने लोंग ची पर्यटन लिमिटेड कंपनी के साथ सीढ़ीनुमा खेती वाले दृश्य क्षेत्रों के समान विकास के लिए एक समझौता किया, जिसके अनुसार टिकटों से प्राप्त आमदनी में कुछ भाग निकालकर गांव वासियों को भुगदान किया जाता है और गांव वासी धान उगाते हैं और वहां के विशिष्ट दृश्यों का संरक्षण करते हैं। वर्ष 2012 में ता चैइ की सीढ़ीनुमा दृश्य क्षेत्र में केबल कार लाइन भी स्थापित की गयी। पर्यटन से हुए परिवर्तन की चर्चा में पेन पाओयू ने बताया, सितंबर 2003 में काउंटी सरकार ने लोंग ची पर्यटन कंपनी को यहां पर्यटन विकास का सुझाव दिया। समझौते के अनुसार पर्यटन से प्राप्त आय की 7 प्रतिशत गांव वासियों को भुगतान किया जाएगा और हर साल कम से कम 1 लाख 50 हजार य्वान होना चाहिए। पहले साल हमें 1 लाख 50 हजार युआन दिये गये। दूसरे साल 1 लाख 56 हजार युआन था। छठें साल में हमें 11 लाख युआन मिला। वर्ष 2012 में केबल कार सेवा शुरू हुई। वर्ष 2013 में हमारे गांव को 22 लाख युआन दिये गये। वर्ष 2016 में हमारे गांव की आय 49 लाख 30 हजार तक जा पहुंची। यह तो पर्यटन से होने वाला ठोस लाभ है।

    सीढ़ीनुमा खेती साइटसीइंग के अलावा लोंग शंग काउंटी ने सिलसिलेवार रीति रिवाज़ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया। पेन पाओयू ने बताया कि यह विचार पर्यटन के विकास से पैदा हुआ है। उन्होंने कहा, मैंने देखा कि बहुत से मेहमान हमारी याओ जाति के कपड़े और आम जीवन बहुत पसंद करते हैं, यहां तक कि कुछ पर्यटक आधे घंटे तक परंपरागत कपड़े पहनी हुई महिलाओं के फोटो खींचते थे। परंपरा के अनुसार चंद्र पंचांग की 6 जून को हर घर कपड़े निकालकर धूप में डाले हैं। तो मैंने सोचा कि इस मौके पर पूरा गांव साथ साथ एक दिवस मना सकते हैं। वर्ष 2006 में हमने पहला कपड़ा धूप में दिखाना दिवस मनाया। वह काफी सफल रहा। अबतक हमने 11 बार यह दिवस मनाया है। इसके अलावा 16 सितंबर को हम लोंग ची स्वर्णिम शरद दिवस मनाते हैं। यह दिवस सीढ़ीनुमा खेतों में मनाया जाता है। याओ जाति की महिलाएं वहां गाना गाती हैं और मशाल भी जलाए जाते हैं। पर्यटकों के लिए यह एक बड़ा आकर्षक कार्यक्रम है।

    पर्यटन के विकास के साथ साथ बहुत से ग्राम वासियों ने सरकारी उदार नीति और कर्ज़ का सहारा लेकर अपने घरों में छोटे होटल स्थापित किया। ता चैइ गांव में 116 अल्पसंख्यक जाति की विशेषता वाले होटल स्थापित हुए। चीन में राष्ट्रीय दिवस और वसंत त्योहार में सात दिनों की छुट्टियां होती हैं, इसलिए इन दो सप्ताहों को स्वर्ण सप्ताह भी कहा जाता है। स्वर्ण सप्ताह में एक होटल कम से कम 40 हजार युआन तक कमाता है, कभी कभी 80 हजार युआन भी कमा लेता है। पर्यटन की प्रेरणा से कृषि खासकर पशु पालन का विकास भी हुआ है।

    सरकार की बड़ी सहायता और ग्रामीण पर्यटन के विकास से स्थानीय किसानों ने धनी होने का रास्ता ढूंढ निकाला। पूर्व में गरीबी से भरा ता चैइ गांव अब धनी गांव बन कर राष्ट्रीय मिसाल बन गया है। भावी योजना की चर्चा करते हुए लोंग शंग काउंटी के जिम्मेदार अधिकारी पू छिंगफंग ने हमारे संवाददाता को बताया, हमने लोंग ची सीढ़ीनुमा खेती और आसपास की याओ और चुआन जातियों की संस्कृति देखी। वास्तव में लोंग शंग में तूं जाति और मिओ जाति भी है। उनकी संस्कृति बहुत रंगबिरंगी है और परंपरा भी पुरानी है। अब काउंटी सरकार एक पारिस्थितिकी पर्यटन रिंग बना रही है। इस रिंग से काउंटी के सभी गांवों के 80 प्रतिशत से अधिक दृश्य क्षेत्र जोड़े जाएंगे। जिसे पर्यटक गहराई से महसूस कर सकेंगे।

    ऑस्ट्रिया से आये वॉल्फगांग कासिक अख़बार बेजिर्क्सरेव्यू के प्रधान संपादक हैं। शानदार सीढ़ीनुमा खेती और आम आदमियों के जीवन से उनपर गहरा प्रभाव पड़ा है। पर्यटन के विकास से गरीबी उन्मूलन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, लोंग शंग ने विशिष्ट सीढ़ीनुमा खेती को पर्यटन दृश्य क्षेत्र के रूप में विकसित किया, जिसने बहुत हद तक जन जीवन में सुधार किया। यह आर्थिक विकास का एक बहुत अच्छा मॉडल है।

    60 वर्षीय अंकल पेन अब ता चैइ गांव में एक हस्तशिल्प स्टॉल और एक किसान होटल चलाते हैं। इधर कुछ साल पर्यटन के विकास से आये बदलाव की चर्चा करते हुए उन्होंने खुशी खुशी बताया, पर्यटन से बहुत बदलाव आया है। अब हमें गरीबी से छुटकारा मिल गया है। हमारा जीवन पहले से कई गुणा बेहतर हुआ है। पहले सर्दी में हम शिंगएन और लिनछुएं काउंटी जाकर मजदूरी करते थे। अब वे लोग यहां आकर काम करते हैं। मुझे आशा है कि विकास बेहतर होगा। एक केबल लाइन पर्याप्त नहीं है। इसके अलावा यातायात को और सुधारना चाहिए ताकि लोगों को ज्यादा सहूलियत मिले।

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