चीनी और अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने 6 और 7 अप्रैल को अमेरिका के फ्लोरिडा स्टेट के मार-ए-लागो में बातचीत की और बहुत से महत्वपूर्ण सवालों पर विचारों का आदान-प्रदान कर सहमति संपन्न की ।
चीन और अमेरिका के इन दो शीर्ष नेताओं के बीच प्रथम वार्ता की समीक्षा करते हुए अनेक विदेशी विद्वानों ने यह प्रकट किया कि दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने बातचीत करने से पारस्परिक समझ और बेहतर संबंध व व्यक्तिगत मित्रता कायम रखी है जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास का मार्गनिर्देशन किया गया है ।
अमेरिका के भूतपूर्व उप विदेश मंत्री रोबर्ट होर्मेट्स ने कहा कि दोनों नेताओं ने प्रत्यक्ष वार्ता के जरिये द्विपक्षीय संबंधों तथा भारी अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों पर विचारों का आदान प्रदान किया जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास की दिशा निर्धारित की गयी है और दोनों नेताओं के अच्छे व्यक्तिगत संबंध भी कायम किये गये हैं ।
रूस के उच्च अर्थशास्त्र विद्यालय के प्रोफेसर मास्लोफ ने कहा कि वार्ता से चीन-अमेरिका संबंधों की नयी शुरुआत तैयार की जाएगी । दोनों नेताओं ने बातचीत करने की इच्छा व्यक्त की है जो आदान प्रदान करने से सहमति संपन्न करने का आधार है । चीन-अमेरिका संबंधों के दीर्घकालीन व स्वस्थ विकास से विश्व के व्यापार, वित्त और राजनीतिक सुस्थिरता से संबंधित है ।
फ्रांस के अंतर्राष्ट्रीय सवाल पर विशेषज्ञ, चीन-यूरोप मंच के संस्थापक डेविड गोस्सेत ने कहा कि दोनों नेताओं ने वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों की सकारात्मक ऊर्जा दिखायी है और उनकी व्यवहारिक भावना चीन-अमेरिका संबंधों के विकास और सहयोग के लिए अनिवार्य है ।
थाइलैंड के राष्ट्रीय विकास व प्रशासन अकादमी ने अंतर्राष्ट्रीय सवाल पर विशेषज्ञ ली रेन ल्यांग ने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच सहयोग करने के बहुत से मौके उपलब्ध हैं । चीनी राष्ट्रपति ने यह प्रस्तुत किया कि दोनों देशों को द्विपक्षीय निवेश समझौते की बातचीत को बढ़ावा देना, दो तरफा व्यापार और निवेश के स्वस्थ विकास को बढ़ावा देना, व्यावहारिक सहयोग के ढांचे का निर्माण करना, तथा ऊर्जा व अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना चाहिये, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों का विकास करने की बेहतरीन दिशा स्पष्ट हो ।
पाकिस्तान के नीतिगत प्रतिष्ठान के प्रधान खालिद रहमान ने कहा कि अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति वार्ता से बेहतर कार्य संबंध और व्यक्तिगत मित्रता कायम कर चुके हैं जो दोनों पक्षों द्वारा हाथ मिलाकर द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सवालों का समाधान करने के लिए सकारात्मक संकेत साबित होगा ।
( हूमिन )