अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आमंत्रण पर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 6 से 7 अप्रैल तक अमेरिका के फ्लोरिडा के मारा-लागो में डोनाल्ड ट्रम्प से भेंट की। बाद में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने दोनों नेताओं की भेंट वार्ता की स्थिति का परिचय किया।
वांग यी ने कहा कि यह ट्रम्प के पद संभालने के बाद चीनी और अमेरिकी राष्ट्रपतियों के बीच पहली बार की आमने-सामने बातचीत है। 7 घंटों से अधिक भेंट में दोनों नेताओं ने चीन-अमेरिका संबंधों और आम चिंता वाले अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों पर विचार विमर्श किया। दोनों नेताओं को लगता है कि इस बार की भेंट सकारात्मक और सफल है, जिसने द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिये रचनात्मक नींव मज़बूत बनाई और आम प्रयास की दिशा का संकेत दिया।
चीन और अमेरिका के बीच संबंधों के बारे शी और ट्रम्प ने सहमति जताई कि चीन-अमेरिका सहयोग दोनों देशों का एकमात्र सही चुनाव है। दोनों पक्षों को महत्वपूर्ण मामलों में संपर्क, समन्वय और सहयोग जारी रखना चाहिये। शी चिनफिंग के आमंत्रण ट्रम्प इस वर्ष चीन की राजकीय यात्रा करेंगे।
शी और ट्रम्प ने कूतनीति और सुरक्षा संवाद, व्यापक आर्थिक संवाद, कानून प्रवर्तन, नेटवर्क सुरक्षा संवाद और सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद पर चार उच्च स्तरीय वार्ता तंत्र की स्थापना करने की घोषणा की।
साथ ही दोनों नेताओं ने आर्थिक और व्यापारिक मामलों पर संचार किया। उन्होंने सहमति बनाई कि चीन और अमेरिका व्यापार और निवेश के क्षेत्र में प्रायोगिक सहयोग को मज़बूत और आर्थिक टकरावों को सही तरीके से हल करेंगे।
वांग यी के अनुसार शी ने ताइवान और तिब्बत पर चीन के सिद्धांत और रुख की पुनः अपील की। आशा है कि अमेरिका तीन चीन-अमेरिका संयुक्त वक्तव्यों और एक चीन नीति के आधार पर संबंधित मामलों का उचित समाधान करेगा। इसके साथ-साथ शी ने दक्षिणी चीन सागर मामले पर चीन के सिद्धांत और रुख की पुनः पुष्टि की।
दोनों पक्षों ने कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाने समेत अन्य महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया। इसके अलावा शी ने कहा कि चीन दक्षिण कोरिया में अमेरिका की ठाड मिसाइल विरोधी प्रणाली की तैनाती का विरोध करता है।
(हैया)