स्थानीय समयानुसार 7 अप्रैल को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य के मारालागो में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दूसरी औपचारिक बैठक की। दोनों नेताओं ने चीन और अमेरिका के बीच महत्वपपूर्ण क्षेत्रों के व्यावहारिक सहयोग और समान रुचि वाले अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विस्तार और गहराई से रायों का आदान प्रदान किया। दोनों पक्षों का विचार है कि ये शिखर बैठक सकारात्मक और फलदायी रही है। दोनों पक्ष समान कोशिश कर पारस्परिक लाभ और सहयोग का विस्तार कर मतभेद नियंत्रित करने पर सहमति बनायी।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन अमेरिका संबंधों के विकास में इस शिखर बैठक का विशेष महत्व है। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ कई महत्वपूर्ण समानताएं बनाईं। दोनों पक्षों को वर्तमान संबंधों को निरंतर मजबूत कर मित्रवत सहयोग को गहराते हुए चीन अमेरिका संबंधों को आगे बढ़ाना चाहिए ताकि दोनों देशों और यहां की जनता का कल्याण हो। विश्व शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए ये हमारी ऐतिहासिक जिम्मेदारी है।
शी चिनफिंग ने बल देकर कहा कि चीन और अमेरिका एक दूसरे के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार हैं, जिससे दोनों देशों की जनता को बड़ा लाभ मिला है। दोनों देशों के आर्थिक और व्यापारिक सहयोग का उज्जवल भविष्य होगा। चीन अमेरिका का एक पट्टी एक मार्ग निर्माण में भाग लेने का स्वागत करता है।
शी चिनफिंग ने कहा कि दोनों सेनाओं का संबंध चीन अमेरिकी संबंधों का महत्वपूर्ण अंग है। सैन्य सुरक्षा पर पारस्पिरक विश्वास चीन अमेरिका रणनीतिक पारस्परिक विश्वास का आधार है। दोनों पक्षों को पारस्पिक सैन्य विश्वास और सहयोग बढ़ाने के लिए समान कोशिश करनी चाहिए।
वार्ता में शी चिनफिंग ने विधि, साइबर सुरक्षा, सांस्कृतिक आदान प्रदान में सहयोग मज़बूत करने पर ज़ोर दिया।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर कायम रहेगा और अमेरिका के साथ विश्व शांति, स्थिरता और समृद्धि बनाए रखने को तैयार है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने शी चिनफिंग के साथ बहुत अच्छी बातचीत की और असाधारण मित्रता स्थापित की। इस खिशर बैठक ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्राप्त कीं और अमेरिका चीन संबंधों को आगे बढ़ाया है। दोनों पक्षों की टीमों ने राजनयिक, सुरक्षा वार्ता और सर्वांगीण आर्थिक वार्ता से प्रत्यक्ष संपर्क और आदान प्रदान किया, जिसमें ठोस प्रगति प्राप्त हुई है। अमेरिका चीन के साथ आर्थिक और व्यापारिक, सैन्य, सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने का इच्छुक है। अमेरिका चीन के साथ सहयोग कर दोनों देशों के संबंधों पर बुरा असर डालने सवाल दूर करेगा ताकि चीन अमेरिका संबंधों का बेहतर विकास किया जा सके।