योजनानुसार चीन और अमेरिका के राष्ट्रपतियों की वार्ता 6 और 7 अप्रैल को अमेरिका के फ्लोरिडा स्टेट के मारा लागो में आयोजित की जाएगी। अमेरिका में विभिन्न जगतों के सूत्रों की आशा है कि वार्ता में दोनों राष्ट्रपति द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सवालों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
अमेरिकी ह्वाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों नेता अपने अपने सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर विचार विमर्श करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों के विकास को निर्देशित किया जाएगा। वार्ता से दोनों राष्ट्रपतियों के बीच निजी संबंधों की स्थापना के लिए अवसर तैयार हो सकेगा।
चीन स्थित अमेरिका के पूर्व राजदूत जे स्टेफलेस्टन रॉय ने हाल ही में एक संगोष्ठी में कहा कि वार्तालाप अमेरिका और चीन के सर्वोच्च नेताओं को एक दूसरे की जानकारियां प्राप्त करने के लिए मददगार है। दोनों नेताओं को वार्ता में समान हित वाले सवालों पर विचार विमर्श करने के अलावा, मौजूदा मतभेदों पर भी विचार करना चाहिये।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जोसेफ एस. नाई ने कहा कि अमेरिका और चीन के सर्वोच्च नेताओं के बीच सही संपर्क रखने का महत्वपूर्ण असर होता है। आशा है कि वर्तमान वार्तालाप से यह स्पष्ट हो सकेगा कि मतभेद बनाये रखने के बजाये सहयोग करने का अधिक लाभ मिले।
अमेरिका के कोलोराडो प्रांत के गावर्नर जॉन हिकेनलूपर ने कहा कि वैश्विक मामलों में चीन का भारी प्रभाव मौजूद है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। आशा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प चीन को अहम सहयोगी समझेंगे।
( हूमिन )