विकासशील आर्थिक इकाई होने के नाते चीन व भारत को वैश्वीकरण के विकास से लाभ मिला है। हम आशा करते हैं कि यह लाभ लम्बे अरसे तक बरकरार रहेगा। इससे अर्थव्यवस्था का व्यापक विकास हो सकेगा। चीन के हाननान प्रांत में बोआओ एशिया मंच के 2017 वार्षिक सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधि, फ़िक्की के महासचिव डॉ. ए. दीदार सिंह ने सीआरआई के साथ साक्षात्कार में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि चीन व भारत दोनों बड़ी आबादी वाले देश हैं। विकास व उन्नति दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। भूमंडलीकरण से देश व जनता को लाभ मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि चीन व भारत ब्रिक्स देशों के अहम सदस्य देश हैं। उन्हें आशा है कि ब्रिक्स प्रणाली में ब्रिक्स देश साझा विकास हासिल कर सकेंगे।
बोआओ एशिया मंच की चर्चा में उन्होंने कहा कि इस साल वह बोआओ एशिया मंच में पांचवी बार पहुंचे हैं। बोआओ एशिया मंच न केवल एशिया के विभिन्न देशों बल्कि विश्व के कई देशों के लिए आदान प्रदान का प्लेटफार्म प्रदान करता है।
(श्याओयांग)