बांग्लादेश के विदेशी मामलों के जानकार माहबबुर रहमान का कहना है कि वर्ष 2017 में चीनी सैन्य खर्च की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहेगी। उन्होंने माना कि यह वृद्धि दर उचित है।
रहमान ने कहा कि चीन के सामने गंभीर अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा स्थिति है। रक्षा निर्माण और क्षेत्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सैन्य व्यय की वृद्धि जरूरत है। उधर दुनिया में बड़े देशों के सैन्य व्यय की तुलना में चीनी सैन्य व्यय का अनुपात ऊंचा नहीं है। इन देशों का सैन्य व्यय अपने सकल घरेलू उत्पाद का 2 प्रतिशत है। लेकिन चीन का अनुपात 1.3 प्रतिशत है।
रहमान ने यह भी कहा कि इतिहास में चीन एक शांतिपूर्ण देश है। वर्तमान में चीन दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा देश है। जैसे बड़े देश की स्थिरता को बनाए रखने ,अंतर्राष्ट्रीय मामलों में भाग लेने और अंतर्राष्ट्रीय आतंक विरोधी कार्य के लिए चीन की सैन्य शक्ति का विकास जरूरी है।
देव