हाल ही में चाइना रेडियो इन्टरनेशनल के भारतीय विशेषज्ञ पंडरिनाथन मैइलस्वामी ने एक लेख लिखकर कहा कि चीन में आयोजित हो रहे एनपीसी व सीपीपीसीसी के वार्षिक सम्मेलन में चीनी विदेश मंत्री वांग ई ने यह विचार प्रकट किया कि सिर्फ सहयोग से दुनिया की समान जीत हासिल हो सकती है।
वांग ई ने यह भी कहा है कि एशियाई देशों को मिलजुलकर समान जीत हासिल करने की कोशिश करनी चाहिये। चीन लगातार अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की शांति, स्थिरता व विकास प्राप्त करने की कोशिश करेगा, और कोरिया प्रायद्वीप की स्थिति को स्थिर बनाने के लिये योगदान देगा।
पंडरिनाथन ने कहा कि वर्तमान की भूमंडलीकरण की पृष्ठभूमि में कोई देश अकेले विकास नहीं पा सकता। उसे अन्य देशों की स्थिति के अनुसार अपने विकास की योजनाएं तैयार करनी होती हैं। इस दौरान मतभेद भी पैदा होते हैं। उन मतभेदों के समाधान के लिये पहला उपाय शांति वार्ता है। उदाहरण के लिये हाल ही में फिलीपींस ने दक्षिण चीन सागर के प्रति चीन के रुख का समर्थन किया है।
इसलिये चीन का रुख यह है कि विभिन्न देशों के बीच तनाव न हो, विरोध का प्रभाव उत्तेजित न करें। और विभिन्न देशों की जनता को सहयोग कर समान विकास करना चाहिये।
चंद्रिमा
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