12वीं एनपीसी के पांचवें पूर्णाधिवेशन के प्रेस केंद्र ने 11 मार्च की सुबह एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। इस मौके पर चीनी उद्योग व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री म्याओ यू आदि ने मेड इन चाइना 2025 से संबंधित सवालों पर देश विदेश के पत्रकारों के सवालों के जवाब दिये।
हाल में यूरोपीय संघ के वाणिज्य चैंबर ने रिपोर्ट जारी कर बताया कि मेड इन चाइना 2025 की संबंधित नीतियों व कदमों ने विदेशी कारोबारों के चीन में विकास को नियंत्रित किया है। इसकी चर्चा में म्याओ यू ने कहा कि संबंधित नीतियां देश विदेश के कारोबारों के लिए एक जैसी हैं। म्याओ ने कहा कि मेड इन चाइना 2025 का मकसद चीन के उद्योग के बंदोबस्त को तेज़ करना है, ताकि घरेलू बाजार में विभिन्न उपकरणों व औद्योगिक उत्पादों की मांग को पूरा कर सके। हाल में विकसित देशों ने कुछ तकनीकी व उत्पादों पर चीन के खिलाफ निर्यात के कड़े कदम उठाये हैं। विश्व में भूमंडलीकरण विरोधी विचारधारा एवं व्यापार संरक्षणवादी की प्रवृत्ति नजर आने लगी है। चीन सरकार हमेशा ही इसी तरह की कार्यवाइयों का विरोध करती है। चीन अभी भी एक विकासमान देश है और समुन्नत तकनीक व उत्पादों के प्रति भारी मांग होती है। लेकिन पश्चिमी देशों ने चीन के खिलाफ कुछ उपकरणों व उत्पादों के निर्यात का पाबंदी लगाया है। जबकि चीनी बाजार में ये उत्पादों की बड़ी आवश्यक्ता है। यदि हम खुद नहीं करते तो देश के आर्थिक विकास को आपूर्ती नहीं कर पाते। तो कैसे हमारे देश की जनता की मांग को पूरा कर सकेंगे, कैसे हमारे देश की प्रतिरक्षा सुरक्षा की रक्षा कर सकेंगे।
म्याओ ने आगे कहा कि चीन की यह नीति विदेशी उद्यमियों को नियंत्रित करने के लिए नहीं है। चीन की नीति देश विदेश के उद्यमियों के लिए एक जैसी है।
(श्याओयांग)