5 मार्च को 12वीं एनपीसी के 5वें पूर्णाधिवेशन का आयोजन पेइचिंग में हुआ। इस में जनरल नागरिक संहिता की मसौदा की चर्चा पर लोगों का ध्यान केंद्रित हुआ है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की अठारहवीं कंद्रीय कमेटी के चौथे पूर्णाधिवेशन में नागरिक संहिता बनाने को पेश करने के बाद अब तक दो साल से अधिक समय में इसका शुरुआत अध्याय जनरल नागरिक संहिता का मसौदा अब 12वीं एनपीसी के 2900 से अधिक प्रतिनिधियों के सामने आया।
नागरिक संहिता के विशेषज्ञ सून श्येनचोंग वर्ष 2013 से 12वीं एनपीसी के प्रतिनिधि बनने के बाद हर वर्ष नागरिक संहिता रचने से जुड़े प्रस्ताव व सुझाव पेश करते हैं। चार सालों में संबंधित प्रस्तावों की संख्या 16 से अधिक हो गयी। सून श्येनचोंग के विचार में एक जनरल नागरिक संहिता की स्थापना बहुत आवश्यक है।
वास्तव में वर्ष 1954 से चीन ने क्रमशः चार बार नागरिक संहिता रचने का काम किया है। लेकिन सफल नहीं है। पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की अठारहवीं कंद्रीय कमेटी के चौथे पूर्णाधिवेशन में इसे फिर पेश किया गया, जो नागरिक संहिता रचने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
चंद्रिमा
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