चीन देश की प्रभूसत्ता व प्रादेशिक अखंडता पर टडा रहेगा
2017-03-05 10:59:10 cri
चीन की सरकारी कार्य रिपोर्ट में चीनी प्रधान मंत्री ली खछ्यांग ने कहा कि हम सर्वांगीण तौर पर "एक देश दो व्यवस्थाएं", "हांगकांग पर खुद हांगकांग वासियों का प्रशासन" और "मकाओ पर खुद मकाओ वासियों का प्रशासन" और उच्च स्तरीय स्वशासन वाले उसुल का कार्यान्वयन करते हैं। संविधान और बुनियादी कानून का सख्ती के साथ पालन करते हुए हांगकांग और मकाओ में "एक देश दो व्यवस्थाओं" वाली नीति में गैर-परिवर्तन को सुनिश्चित करते हैं। हम हांगकांग और मकाओ विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों में प्रशासकों और सरकारों के कानून के अनुसार प्रशासन करने, अर्थतंत्र का विकास करने, जन जीवन में सुधार करने, लोकतंत्र को आगे बढ़ाने और सामंजस्य मज़बूत करने का समर्थन करते हैं। "हांगकांग की स्वाधीनता" का भविष्य कतई नहीं होगा। हम भीतरी इलाके और हांगकांग व मकाओ के बीच गहरे सहयोग को मज़बूत करेंगे। क्वांगतोंग, हांगकांग और मकाओ के बड़ी खाड़ी क्षेत्र में शहरी समुदाय वाली विकास परियोजना का अनुसंधान करके इसे बनाएंगे। हांगकांग और मकाओ की विशेषता और श्रेष्ठता दिखाते हुए राष्ट्रीय आर्थिक विकास और खुलेपन में उनके स्थान और क्षमता को उन्नत करेंगे। हम हांगकांग और मकाओ की दीर्घकालिक स्थिरता और समृद्धि पर विश्वास रखते हैं। हम थाईवान के प्रति उसुल का पालन करते हुए एक चीन के सिद्धांत पर डटे रहेंगे। "1992 आम सहमति" वाले समान राजनीतिक आधार, देश की प्रभूसत्ता, प्रादेशिक अखंडता, दोनों तटों के संबंध के शांतिपूर्ण विकास और थाईवानी जलडमरूमध्य की शांति व स्थिरता को बनाए रखेंगे। हम "थाईवान स्वाधीनता" वाली अलगाववादी कार्रवाई का दृढ़ता के साथ विरोध करते हैं। हम किसी भी व्यक्ति के किसी भी तरीके और किसी भी नाम के जरिए मातृभूमि से थाईवान के अलग करने की अनुमति बिल्कुल नहीं देंगे। दोनों तटों के अर्थतंत्र और समाज के मेल मिलाप विकास को आगे बढ़ाते हुए थाईवानी देश बंधुओं, खासकर युवाओं के मातृभूमि में पढ़ने, रोज़गार, उद्यमिता और जीवन के लिए अधिक सुविधाएं मुहैया कराएंगे। दोनों तटों के देशबंधुओं को मातृभूमि की शांतिपूर्ण एकीकरण प्रक्रिया को अविचल रूप से आगे बढ़ाना चाहिए।