2016 का सिंहावलोकनः विदेशी उपलब्धियां
2017-03-05 09:24:46 cri
पिछले साल चीन की विशेषता वाले बड़े देशों की नीति में बड़ी उपलब्धियां हासिल हुई हैं। चीन में जी-20 हांगचो शिखर सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया और सृजन, नेतृत्व एवं प्रणाली के क्षेत्रों में सिलसिलेवार अहम उपलब्धियों को प्राप्त किया गया। वैश्विक आर्थिक प्रशासन में चीन की गहरी छाप छोड़ी गयी है। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने अनेक देशों की यात्रा की, एपेक के अनौपचारिक शिखर सम्मेलन, शांगहाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन, ब्रिक्स देशों के नेताओं की भेंटवार्ता, परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन, संयुक्त राष्ट्र महासभा की सिलसिलेवार उच्च स्तरीय बैठकों, एशिया यूरोप शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशियाई सहयोग के नेताओं के सिलसिलेवार सम्मेलनों में भाग लिया। चीन ने लेनछांग नदी- मेइकांग नदी सहयोग के प्रथम शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया। चीन और मुख्य बड़े देशों के बीच समन्वय व सहयोग को प्रगाढ़ किया जाता है। पड़ोसी देशों के साथ तमाम सहयोग का निरंतर आगे विकास किया जाता है। विकासमान देशों के साथ मैत्रीपूर्ण सहयोग को निरंतर गहरा किया जाता रहा है। चीन और संयुक्त राष्ट्र संघ समेत अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के बीच संपर्क और घनिष्ट हुआ है। चीन ने वैश्विक प्रशासन प्रणाली के सुधार परिपक्व को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया और पेरिस समझौते के प्रभावी होने को आगे बढ़ाया। अर्थतंत्र, राजनीति एवं सांस्कृतिक आवाजाही में प्रचुर उपलब्धियां हासिल हुई हैं। देश की प्रादेशिक भूमि एवं समुद्री अधिकारों की दृढ़ता के साथ रक्षा की गयी। एक बड़े ज़िम्मेदाराना देश होने के नाते, चीन ने अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों में रचनात्मक भूमिका अदा की है और विश्व शांति व विकास के लिए अहम योगदान दिया है।