चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 17 जनवरी को दावोस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में विश्व आर्थिक मंच के 2017 वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में टीम भाषण दिया।
उन्होंने कहा कि विश्व की समस्याओं की वजह सीधे तौर पर आर्थिक वैश्वीकरण को बताना ठीक नहीं है और तथ्यों से भी मेल नहीं खाता है। हमें आर्थिक वैश्वीकरण से अनुकूल कर इसके कुप्रभाव को कम करने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि वह हरेक देश एवं हरेक जाति को लाभ मिल सके। हमें अपने देश की स्थिति के अनुसार आर्थिक भूमंडलीकरण में शामिल होने के सही रास्ते व गति की खोज करनी चाहिए।
शी चिनफिंग ने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा कि वर्तमान में विश्व अर्थव्यवस्था लंबे समय तक मंदी में है। इसका कारण यह है कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि का ऊर्जा काफ़ी नहीं है। इसलिये विश्व अर्थव्यवस्था का निरंतर व स्थिर विकास मुश्किल है। वैश्विक आर्थिक नियंत्रण नयी स्थिति के बदलाव से अनुचित है। विश्व में विकास के असंतुलन से लोगों की इच्छा नहीं पूरा हो सकता है। हमें सृजन पर कायम रहते हुए शक्तिशाली वृद्धि मोड बनाना चाहिये, खुलेपन व दोनो जीत के सहयोग मोड बनाना चाहिये, समय के साथ बदलकर निष्पक्ष नियंत्रण मोड बनाना चाहिये, संतुलित व समान लाभ वाले विकास का मोड बनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि चीन का विकास विश्व के लिए मौका है। चीन आर्थिक वैश्वीकरण से लाभ हासिल करता है, साथ ही चीन योगदान देने वाला देश भी है। चीन में अर्थव्यवस्था के तेज़ विकास ने विश्व की आर्थिक स्थिरता व समृद्धि के लिए प्रबल प्रेरणा शक्ति प्रदान दी है। चीन में सुधार व खुलेपन को आगे विकसित करने से खुले विश्व आर्थिक विकास में अहम प्रेरणा शक्ति डाली जाती है।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि एक पट्टी एक मार्ग के आह्वान की प्रस्तुति के पिछले तीन सालों में 100 से ज्यादा देशों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने इस की सक्रिय प्रतिक्रिया की और समर्थन भी दिया। 40 से ज्यादा देशों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने चीन के साथ सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। एक पट्टी एक मार्ग का दोस्ती का दायरा निरंतर विस्तृत होता रहा है। एक पट्टी एक मार्ग का आह्वान चीन ने प्रस्तुत किया था, लेकिन सारी दुनिया को इससे लाभ मिलेगा।
शी चिनफिंग ने अंत में कहा कि अनुमान है कि आगामी पांच वर्षों में चीन 80 खरब अमेरिकी डॉलर माल का आयात करेगा, 6 खरब अमेरिकी डॉलर की विदेशी पूंजी आकर्षित करेगा, विदेशों में 7 खरब 50 अरब अमेरिकी डॉलर पूंजी निवेश करेगा। और विदेशों की यात्रा करने वाले चीनी पर्यटकों की संख्या 70 करोड़ तक पहुंचेगी। विभिन्न देशों के उद्योग व वाणिज्य जगत के प्रति चीन का विकास एक अच्छा मौका है।