सुन च्यानक्वो ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के नेतृत्व में चीन और भारत के बीच रक्षा मामला समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग लगातार विकसित हो रहा है। दोनों देश रणनीतिक सहयोगी साझेदार संबंध के विकास में संल्गन हैं। वर्तमान में चीनी और भारतीय सेनाओं के बीच आवाजाही का रूझान बेहतर है। आशा है कि दोनों पक्ष विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और मज़बूत करेंगे, मतभेदों और विवादों का अच्छी तरह प्रबंधन और नियंत्रण करेंगे, सीमांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता को समान रूप से बनाए रखेंगे, ताकि द्विपक्षीय संबंध के विकास के लिए योगदान किया जा सके और दोनों देशों की जनता को लाभ पहुंचाया जा सके।
पर्रिकर ने कहा कि भारत भारत-चीन संबंध पर महत्व देता है। आशा है कि दोनों देशों की सेनाएं पहले के सहयोग के आधार पर आपस में अधिक उच्च स्तरीय आवाजाही करेंगी, विभिन्न क्षेत्रों में पेशेवर आदान-प्रदान मज़बूत करेंगी और साथ ही सीमांत क्षेत्र में शांति और अमन चैन को समान रूप से रक्षा करेंगी।
(श्याओ थांग)
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