चीनी केंद्रीय सैन्य आयोग के संयुक्त स्टाफ़ के उप प्रमुख सुन च्यानक्वो ने 8 नवम्बर को नई दिल्ली में भारतीय रक्षा सचिव जी. मोहन कुमार के साथ 8वें चीन-भारत रक्षा और सुरक्षा परामर्श की अध्यक्षता की। दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति, दोनों देशों की सेनाओं के संबंध और समान रूचि वाले मुद्दों पर गहन रूप से विचारों का आदान प्रदान किया और माना कि परामर्श व्यवस्था ने पारस्परिक विश्वास और सहयोग को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाई है।
सुन च्यानक्वो ने कहा कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के नेताओं के बीच निरंतर वार्ताएं हुई हैं और उन्होंने द्विपक्षीय संबंध पर महत्वपूर्ण आम सहमतियां हासिल कीं। चीन और भारत के बीच अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में व्यापक समान हित मौजूद हैं। चीनी सेना भारतीय सेना के साथ मिलकर आपस में रणनीतिक विश्वास को गहराने, वास्तविक सहयोग को आगे बढ़ाने और सीमा रक्षा क्षेत्र में आदान प्रदान को बनाए रखने, आपस में संपर्क व्यवस्था को संपूर्ण करने को तैयार है। इसके साथ ही सीमा प्रबंधन और नियंत्रण मज़बूत करते हुए दोनों देशों के सीमांत क्षेत्र में शांति व स्थिरता की रक्षा करेंगे। ताकि द्विपक्षीय संबंध के निरंतर स्थिर विकास के लिए सक्रिय योगदान किया जा सके।
कुमार ने कहा कि भारत भारत-चीन संबंध पर महत्व देता है और चीन के साथ मिलकर पारस्परिक रणनीतिक विश्वास और आपसी समझ को आगे बढ़ाने, सहयोग के क्षेत्रों को विस्तार करने, सीमा मुद्दे को लेकर संपर्क और समन्वय की मज़बूती के लिए कारगर कदम उठाने, मतभेदों का अच्छी तरह प्रबंधन और नियंत्रण करने को तैयार है, ताकि सीमांत क्षेत्र में शांति, अमन चैन और द्विपक्षीय संबंध के विकास के लिए सकारात्मक प्रयास किया जा सके।
(श्याओ थांग)