ओस्लो में डब्ल्यूटीओ मंत्री स्तरीय लघु सम्मेलन में भाग ले रहे अज़ेवेडो ने उसी दिन नार्वे के विदेश मंत्री बोर्गे ब्रेंडे के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। अमेरिका और युरोप जैसे देशों और क्षेत्रों में व्यापार विरोधी विचारधारा बढ़ने की स्थिति के मद्देनज़र अज़ेवेडो ने कहा कि विकसित आर्थिक समुदायों में 20 प्रतिशत से कम वाले बेरोज़गार व्यापार से पैदा हुए हैं, 80 प्रतिशत से अधिक बेरोज़गार का कारण नई तकनीक, नवाचार और स्वाचालन का प्रयोग है।
उन्होंने कहा कि अगर इन मुद्दों के पीछे का सही कारण समझ में नहीं आया और केवल इसे व्यापार की वजह ही मानी जाए, साथ ही व्यापारिक संरक्षणवाद को ही"नुस्खा"माना जाए, तो नतीजा यह निकलेगा कि"रोगी को क्षति पहुंचेगी"या"रोग स्थिति और गंभीर होगी"।
अज़ेवेडो के विचार में इन चुनौतियों के मुकाबले के लिए विभिन्न आर्थिक समुदाय के भीतर और वैश्विक क्षेत्र, दो पहलुओं में प्रयास करने की आवश्यकता है। पहला, विभिन्न आर्थिक समुदाय के भीतर शिक्षा, प्रशिक्षण और निवेश नीति का समायोजन किया जाए। खासकर लघु और मझोले उपक्रमों के समर्थन पर जोर दिया जाए, क्योंकि जिनके पास अधिक रोज़गार के अवसर हैं। दूसरा, विभिन्न आर्थिक समुदाय को वैश्विक सहयोग मज़बूत करते हुए व्यापारिक विकास को आगे बढ़ाना चाहिए, ताकि अधिक रोज़गार के अवसर मिलें और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिले। (श्याओ थांग)