तुनह्वांग शहर के केन्द्र में तुंग ताचिये सड़क के किनारे यहां का रात्रि बाज़ार या रात का बाज़ार पर्यटकों को बहुत लुभाता है। चीनी भाषा में इस बाज़ार को शा त्सुओ यी च्र कहते हैं, शा त्सुओ का मतलब रेत के टीले है और यी च्र का मतलब रात का बाज़ार। ये बाज़ार रात होने के साथ परवान चढ़ता है और भोर तक चलता है। खासकर गर्मियों के मौसम में इस बाज़ार की रंगत देखते ही बनती है। गर्मियों के दिनों में ये बाज़ार पर्यटकों के बीच अधिक लोकप्रिय रहता है। यहां पर आकर्षक उपहार की वस्तुएं बिकती हैं, इसके साथ ही आभूषण, छोटी मूर्तियां, सजावट की ढेर सारी वस्तुएं, मेवे, चमड़े और कपड़ों से बनी कठपुतलियां, पुराने सिक्के, तिब्बती सींगों से बनी वस्तुएं, कंगन, कानों के झुमके,मालाएं और बुद्ध की मूर्तियां सभी कुछ यहां उपलब्ध है।
रात्रि बाज़ार में चीन के कई अल्पसंख्य समुदाय के लोग अपनी पारंपरिक वस्तुओं को बेचने भी यहां पर आते हैं जिनमें उनके संगीत वाद्य यंत्र भी शामिल हैं। इसके अलावा यहां पर मध्य एशिया की मिठाईयां भी मिलती हैं जो सूखे मेवो, काजू, अखरोट, बादाम और किसमिस से तैयार की जाती हैं। बाज़ार में सजावट की वस्तुओं के अलावा ढेर सारे रेस्त्रां भी मौजूद हैं जहां पर देसी विदेशी पर्यटक रातभर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद उठाते हैं। यहां पर उत्तरी चीन के व्यंजनों से लेकर दक्षिणी चीन के सछ्वान, युन्नान और शिंगच्यांग के स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ साथ मध्य एशिया के व्यंजनों का स्वाद का आनंद उठाया जा सकता है।
पंकज श्रीवास्तव