10 सितंबर को चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में तीसरी पर्यटन और सांस्कृतिक प्रदर्शनी का उदघाटन हुआ। इसमें अमेरिका, फ्रांस और दक्षिण कोरिया समेत 15 देशों के 400 विदेशी अतिथि हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें चीन स्थित विदेशी राजदूत, उत्तर-पूर्वी एशिया और दक्षिण एशिया के लोग, विदेशी पत्रकार और व्यापारी शामिल हैं।
इस बार सिर्फ़ नेपाल से 219 व्यापारी प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहे हैं जो कि एक बड़ी संख्या है। वहीं भारत के व्यापारी पहली बार भाग लेने के लिए आए। ये प्रदर्शनी शुक्रवार तक चलेगी।
तिब्बत के सरकारी अधिकारी लोसांग जामकान ने उद्घाटन समारोह में कहा कि अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण तिब्बत बेल्ट और सिल्क रूट पर एक अहम भूमिका निभा सकता है।
पर्यटन तिब्बत की सकल घरेलू आय का बीस फीसदी हिस्सा है जोकि वर्ष 2015 की पहली छमाही में बढ़कर तीस फीसदी हो गया है। इस वर्ष तिब्बत एक करोड़ सत्तर लाख पर्यटकों को आकर्षित करने का लक्ष्य बना चुका है।
इस अवसर पर नेपाल के उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री कृष्ण बहादुर महारा ने कहा कि चीन और नेपाल के बीच यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अगर बहुत कम चीनी पर्यटक भी नेपाल की यात्रा करने आते हैं तो इससे नेपाली पर्यटन उद्योग के लिये भारी लाभ मिलेगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दोनों ही देशों में पर्यटकों के लिये भारी संभावनाएं मौजूद हैं।
पंकज