इंडियन इक्सप्रेस की 2 सितंबर की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसी दिन कहा कि हांगचो जी20 शिखर सम्मेलन में उपस्थित होने से उन्हें अधिक देशों के नेताओं के साथ वर्तमान में विश्व के सामने मौजूद आपातकालीन मुद्दों और चुनौतियों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का मौका मिलेगा। वे एक उच्च कारगरता और फलदायी हांगचो जी20 की प्रतिक्षा में हैं।
मोदी ने कहा कि भारत विश्व के विभिन्न देशों के साथ मिलकर एक जबरदस्त, समावेशी और अनवरत भूमंडलीय आर्थिक स्थिति की स्थापना, मानव जाति खासकर विकासशील देशों की जनता के सामाजिक आर्थिक स्थिति के लिए रचनात्मक प्रस्ताव की खोज़ करने को तैयार है।
नई दिल्ली टीवी की 2 सितंबर की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय विदेश मंत्रालय की सचिव सुजाता मेहता ने आयोजित न्यूज़ ब्रिफिंग में कहा कि मोदी प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर चीन की यात्रा करेंगे। प्रतिनिधि मंडल में नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढिया, विदेश सचिव जे.एस. जयशंकर और आर्थिक मामला मंत्री शक्तिकांत दास आदि शामिल हैं।
मेहता ने कहा कि जी20 हांगचो शिखर सम्मेलन की थीम"नवोन्मेषी, उर्जित, अंतर्संबंधित और समावेशी विश्व अर्थव्यवस्था की स्थापना"है। भारत शिखर सम्मेलन में गरीबी उन्मुलन, भूमंडलीय आतंकवाद का विरोध, वैश्विक कर मामले का शासन और अनवरत जीवन तरीकों पर विचार-विमर्श करेगा।
(श्याओ थांग)
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