विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी जी-20 सम्मेलन के जरिए चीन उभरती अर्थव्यवस्थाओं की बहुत मदद कर सकता है। ताकि उभरते देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका अदा कर सकें। इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के ऊर्जा सुरक्षा समूह के प्रमुख नरेंद्र तनेजा ने कहा कि, जी 20 से उभरते हुए देशों को लाभ होगा। ये देश चीन और भारत जैसी उभरती हुई अर्थव्यस्थाओं को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सहयोग कर पाएंगे।
तनेजा के मुताबिक चीन का एक पट्टी एक मार्ग – भारत के मेड इन इंडिया योजना के लिए पूरक है। अगर चीन भारत में निवेश करता है तो यह आधारभूत ढांचे के विकास के लिए लाभदायक होगा।
इसके साथ ही तनेजा ने कहा कि, भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। लेकिन भारत को ज्यादा निवेश और तकनीक की जरूरत है। भारत और चीन रेलवे, इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, बंदरगाह, समुद्र तटीय, जहाज निर्माण आदि क्षेत्रों में सहयोग कर सकते हैं।
टेकचंद
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