"सिल्क रोड आर्थिक गलियारा"करामाई मंच 11 अगस्त को सिंच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश के करामाई शहर में संपन्न हुआ। मौजूदा मंच अर्थव्यवस्था और व्यापार की प्रत्यक्ष वार्ता ही नहीं, इस आधार पर पहली बार भी सांस्कृतिक आदान प्रदान का विस्तार किया गया है। इसमें उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल हुई।
पाकिस्तान के सांसद, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की संसदीय समन्वय समिति के अध्यक्ष मुशाहिद हुसैन सैयद ने कहा कि चीन और पाकिस्तान दोनों देशों के, यहां तक कि"सिल्क रोड आर्थिक गलियारे"के तटीय देशों के बीच सांस्कृतिक आदान प्रदान बहुत जरूरी है। सांस्कृतिक मान्यता और जनता के बीच लोकप्रियता की पूर्वशर्त पर आर्थिक और व्यापारिक आवाजाही और समान सहयोग के माध्यम से"सिल्क रोड आर्थिक गलियारे"की समृद्धि और विकास साकार होगा। करामाई मंच का सांस्कृतिक शाखा मंच इस दिशा में प्रयासरत है।
वहीं चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के लानडी अंतरराष्ट्रीय थिंकटैंक परियोजना की विशेषज्ञ समिति की अध्यक्ष चाओ पाईगअ ने कहा कि चाहे चीनी और इस्लामिक सभ्यता के बीच वार्ता और आदान प्रदान हो, या चीनी और विदेशी सांस्कृतिक उद्यमों के बीच आर्थिक और व्यापारिक आवाजाही, जिनका आधार देशों के बीच, क्षेत्रों के बीच सांस्कृतिक आपसी विश्वास और सांस्कृतिक मान्यता है। हम चीन और पाकिस्तान, ईरान, कजाखस्तान और मिस्र जैसे देशों के बीच सांस्कृतिक आवाजाही का समर्थन करते हैं। आशा है कि सांस्कृतिक प्रभाव के माध्यम से एक और समृद्ध सिल्क रोड आर्थिक कॉरिडोर की स्थापना की जा सकेगी।
(श्याओ थांग)