"भूमंडलीकरण युग में चीन की सुरक्षा और कूटनीतिक विचारधारा"शीर्षक भाषण में ल्यू चिनसोंग ने कहा कि वर्तमान में कुछ देशों ने चीन और पड़ोसी देशों के बीच प्रादेशिक समुद्री विवाद का प्रयोग कर दक्षिण चीन सागर मध्यस्थता मामले का राजनीतिक तमाशा दर्शाया है। उनका उद्देश्य चीन और पड़ोसी देशों के बीच अशांति और मुठभेड़ पैदा करना है। चीन प्रत्यक्ष देश के साथ मित्रवत सलाह मशविरे के माध्यम से विवाद के शांतिपूर्ण समाधान पर डटा रहता है। यह भारत समेत कई एशियाई देशों का रूख भी है।
ल्यू ने कहा कि चीन और भारत के सामने मूल्यवान विकसित मौका मौजूद है।"एशिया की सदी"की प्राप्ति और ब्रिक्स देशों का पूर्ण उत्थान को बखूबी अंजाम देने के लिए चीन और भारत के समान उत्थान और रणनीतिक सहयोग की आवश्यकता है। चीन"एक पट्टी एक मार्ग"और भारत की विकसित रणनीति जोड़ने को तैयार है। वर्तमान में चीनी उद्यम, स्थानीय प्रांत और शहर भारत के"मेड इन इंडिया","स्मार्ट सीटी", "औद्योगिक भारत"और"स्वच्छ भारत"की विकास परियोजनाओं में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। आर्थिक क्षेत्र में चीन और भारत दिन प्रति दिन एक दूसरे पर अधिक निर्भर रहते हैं। एक ही सप्लाई चेन, औद्योगिक चेन और वैल्यू चेन पर चीन और भारत के बीच सहयोग स्पर्द्धा से कहीं ज्यादा है।
(श्याओ थांग)