चीनी कानून संघ, चीनी अंतरराष्ट्रीय कानून संघ, चीनी समुद्री कानून संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दक्षिण चीन सागर के मध्यस्थता मामले से संबंधित विशेषज्ञों की संगोष्ठी 21 जुलाई को पेइचिंग में आयोजित हुई।
चीनी राष्ट्रीय विभागों, विश्वविद्यालयों में समुद्री कानून और अंतरराष्ट्रीय कानून के 60 से अधिक विशेषज्ञों और विद्वानों ने संगोष्ठी में उपस्थित होकर दक्षिण चीन सागर मध्यस्थता अदालत द्वारा 12 जुलाई को चीन की प्रादेशिक भूमि, प्रभुसत्ता और समुद्री अधिकारों व हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाने वाले तथाकथित निर्णय का कानूनी दृष्टि से आकलन और विश्लेषण किया।
चीनी कानून संघ के स्थाई मामला उपाध्यक्ष छन चीफिंग ने कहा कि कानूनविदों की दृष्टि से देखा जाए, तो मौजूदा मध्यस्थता का निर्णय कानून के अनुकूल नहीं है। तथाकथित निर्णय इतिहास और वस्तुगत स्थिति की अनदेखी और अंतरराष्ट्रीय कानून के नियमों को गलत समझने का परिणाम है। यह अंतरारष्ट्रीय न्याय और अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रशासन वाली भावना को रौंदने जैसा है। इस हास्यास्पद निर्णय को हम कतई स्वीकार नहीं करते और इसका कार्यान्वयन भी नहीं करते। वह एक बेकार काग़ज़ की भांति ही है।
(श्याओ थांग)
1 2 3