चीन और भारत विश्व की दो सबसे तेज़ी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं हैं, दोनों देशों के प्रधानों ने एक पट्टी एक मार्ग और मेक इन इंडिया जैसी परियोजनाओं का सूत्रपात किया है, जिससे न सिर्फ़ चीन और भारत बल्कि एशिया और संपूर्ण विश्व को भी इसका लाभ मिले। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की सत्ता की कमान अपने हाथों में संभालने के बाद 100 स्मार्ट सिटी परियोजना की शुरुआत की, जिसे देशभर में फैले राष्ट्रीय और अंतर्राजीय राजमार्गों के किनारे बसाया जाएगा। स्मार्ट सिटी को कैसे और स्मार्ट बनाया जाए और पहले से मौजूद पुराने शहरों में आम जनता का जनजीवन कैसे बेहतर किया जाए, इसके लिये भारत में कई कंपनियां निवेश कर रही हैं। उन्हीं में से एक है दक्षिणी चीन के शनजन की कंपनी के प्रबंध निदेशक प्रसून शर्मा से हुई खास बातचीत में उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी ने भारत में गुजरात, हरियाणा, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक राज्यों के साथ अनुबंध किया है। इस अनुबंध के बाद कृषि, शिक्षा, मौसम, विज्ञान, चिकित्सा, प्रसासनिक कार्यों में विभिन्न स्तर पर सुविधाएं मिलेंगी। बात करें कृषि की तो किसानों को फसल संबंधी, मौसम संबंधी जानकारियों के साथ साथ रसायनिक खाद पाने तक की जानकारी मुहैया करवाई जाएगी, साथ ही अगर कोई स्थानीय किसान अपनी जानकारी बाकी किसानों के साथ साझा करना चाहता है या सूचना देना चाहता है, वो ये काम आसानी से कर सकता है। इसके साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा और प्रशासनिक क्षेत्र में काम आसान होगा और नए रोज़गार के अवसर मुहैया होंगे।
पंकज