24 जून को ताशकंद में आयोजित शांगहाई सहयोग संगठन की वर्तमान शीर्ष बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने महत्वपूर्ण भाषण दिया। अपने भाषण में उन्होंने इस संगठन के मूल सिद्धांतों एवं लक्ष्यों का कड़ाई से अनुसरण करते हुए विकास की आम दिशा पर अधिकार करने, बदलती स्थिति के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की रणनीतियों का समायोजन करने और इस संगठन की जीवनी शक्ति को बरकरार रखने पर जोर दिया।
इस संगठन के सदस्य देशों के राजाध्यक्षों ने सब से पहले अपने ही दायरे में बैठक की, फिर पर्यवेक्षक देश—--अफगानिस्तान के राष्ट्रपति , बाइलारूस के राष्ट्रपति, भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, मगोलिया गणराज्य के राष्ट्रपति, पाकिस्तान के राष्ट्रपति हुसेन, ईऱान के विदेश मंत्री और मेहमान देश---तुर्कुमानिस्तान के राष्ट्रपति तथा संबद्ध अंतर्राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ व्यापक वार्ता की। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 'शांगहाई भावना का विकास करें, एकता एवं आपसी विश्वास को मजबूत करें, शांगहाई सहयोग संगठन में सहयोग को सर्वांगीर्ण तौर पर प्रगाढ़ करें' शीर्षक अहम भाषण दिया।
बैठक में शांगहाई सहयोग संगठन में भारत और पाकिस्तान दोनों की भागीदारी के लिए कर्तव्य संबंधी मेमोरेंडम और अन्य कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षरों की पुष्टि की गई है। शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों की शिखर परिषद की बैठक का एक प्रेस-वक्तव्य भी जारी किया गया है।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि इस संगठन के अगले शिखर सम्मेलन का कजाकिस्तान के अस्ताना में आयोजन होगा।