नेपाल में जबरदस्त भूकंप की तबाही को एक साल पूरा हो चुका है। चौथे चीन-दक्षिण एशिया अक्सपो में भाग लेने आए नेपाली प्रतिनिधियों की संख्या पिछले वर्ष के एक्सपो के मुकाबले 50 प्रतिशत अधिक रही। मौजूदा एक्सपो में नेपाल के पर्यटन उद्योग से जुड़े विषयों पर जोर दिया गया।
15 जून को नेपाली पर्यटन थीम भवन में नेपाल-चीन आर्थिक व्यापारिक संघ के पेइचिंग स्थित प्रतिनिधि सुमन ने चीनी पर्यटकों को नेपाली पर्यटन से अवगत कराया और वो इसमें में सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि भूकंप के बाद नेपाल में पर्यटन बाज़ार चतुर्मुखी तौर पर बहाल हो चुका है। 80 प्रतिशत क्षतिग्रस्त दर्शनीय स्थलों की मरम्मत का काम भी पूरा हो चुका है। यातायात, निवास, खानपान और पेयजल जैसे क्षेत्रों में विभिन्न देशों के पर्यटकों की मांग पूरी की जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक चीन नेपाल का दूसरा बड़ा पर्यटक बाज़ार है। 25 अप्रैल 2015 को नेपाल में रिक्टर पैमाने पर 8.1 तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिसमें कई मूल्यवान सांस्कृतिक प्राचीन अवशेषों को नुकसान पहुंचा और इस भूकम्प का सबसे बड़ा नुकसान पर्यटन उद्योग को हुआ था।
(श्याओ थांग)