अंतरराष्ट्रीय सेट्लमंत्स बैंक (बीआईएस) के श्रेष्ठ अनुसंधानकर्ता शंग श्वानछङ ने 8 जून को चेतावनी देते हुए कहा कि यूएस डॉलर की अधिक से अधिक मज़बूती से अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग बाज़ार में असामान्य स्थिति पैदा हो रही है। इससे न केवल नवोदित आर्थिक समुदायों के लिए खतरा पैदा होगा, बल्कि जापानी येन और स्विस फ्रैंक जैसे भूमंडलीय जोखिम विरोधी मुद्रा पर दबाव भी डाला जाएगा।
शंग श्वानछंग ने उसी दिन अपने दिए एक भाषण में कहा कि वर्तमान में ज्यादा मजबूत यूएस डॉलर आम तौर पर अधिक गंभीर बैंकिंग बाज़ार की असामान्य स्थिति जोड़ रहा है। उन्होंने व्याख्या की कि बेहतर प्रचालन वाले बैंकिंग बाजार में आमतौर पर ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है, जो विदेशी मुद्रा बाज़ार में विनिमय दर के उतार-चढ़ाव और मुद्रा बाज़ार में ब्याज़ दर के परिवर्तन के बीच मज़बूत संबंध कायम है। 2008 बैंकिंग संकट के समय इन दोनों के बीच संबंध तोड़ा गया था। लेकिन पिछले 18 महीनों में यूएस डॉलर की मज़बूती के चलते इन दोनों के बीच अलगाव का रूझान फिर भी नज़र आ रहा है।
शंग श्वानछंग के कहा कि ऐसा रूझान न केवल नवोदित बाज़ार में पैदा हुआ, बल्कि जापानी येन और स्विस फ्रैंक जैसे जोखिम-विरोधी मुद्राओं में भी देखा जाने लगा है।
बीआईएस के सूचकांक के मुताबिक अमेरिका के अलावा गैर-बैंक यूएस डॉलर की ऋण की कुल मात्रा 97 खरब डॉलर पहुंच गई, जिसमें 33 खरब डॉलर नवोदित आर्थिक बाज़ार के पास है।
(श्याओ थांग)