भारतीय विद्वान प्रतिनिधिमंडल ने शिनच्यांग ,कानसू का दौरा किया
2016-06-04 16:30:28 cri
25 भारतीय विद्वान 1 जून को 10 दिवसीय "रेशम मार्ग" की यात्रा समाप्त कर प्रसन्नता के साथ नई दिल्ली वापस लौटे। यह यात्रा चीन और भारत के बीच रेशम मार्ग पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान की एक शुरुआत होगी।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय संग्रहालय और नई दिल्ली टेलीविजन आदि संस्थानों से 25 विद्वानों ने 10 दिनों में शिनच्यांग, कानसू और पेइचिंग आदि कई जगहों की यात्रा की और चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी की शिनच्यांग शाखा और तोंग ह्वांग अनुसंधान प्रतिष्ठान आदि संस्थाओं के साथ सेमिनार और संगोष्ठी आयोजित की, जिनमें उन्होंने नई सदी में चीन और भारत द्वारा संयुक्त रूस से"एक मार्ग एक पट्टी"की परियोजना में उल्लिखित लक्षय को पूरा किए जाने के अपने-अपने विचार प्रकट किए।
अंजली