16 मई को भारत स्थित चीनी दूतावास के कार्यवाहक राजदूत ल्यू चिनसोंग ने दिल्ली में भारत विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन और भारत स्थित चीनी दूतावास द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित समुद्री समस्या की संगोष्ठी में भाषण देकर चीन की समुद्री रणनीति, दक्षिण चीन सागर की नीति और चीन-भारत समुद्री सहयोग पर चीन के रुख पर प्रकाश डाला।
इस मौके पर ल्यू ने कहा कि अब चीन व भारत शांति व समृद्धि के उन्नमुख रणनीतिक सहयोगी साझेदारी संबंधों की रचना कर रहे हैं और समुद्री सहयोग साझेदारी संबंधों का अहम भाग है और रणनीतिक आपसी विश्वास को प्रगाढ़ करने का यथार्थ कदम भी।
चीन पड़ोसी देशों के साथ स्नेहपूर्ण, ईमानदार,उदार और मिलनसार की विदेशी विचारधारा पर कायम रहता है। चीन आशा करता है कि सभी हिन्द महासागर के तटीय देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को बरकरार रखकर विकसित करना चाहता है। हिन्द महासागर में चीन व भारत के समान हित हैं। दोनों देशों के विशेषज्ञों को शीत युद्ध के बीद समुद्री सुरक्षा के ढांचे और समुद्री विचारधारण व समुद्री नियमावली पर विचार विमर्श करना चाहिए। साथ ही समुद्री अर्थतंत्र, समुद्री मौसम, समुद्री अनुसंधान, समुद्री पर्यावरण, समुद्री तलाशी, समुद्री डाकूओं का विरोध आदि क्षेत्रों के सहयोग करना चाहिए।
(श्याओयांग)