पाकिस्तान अख़बार"डॉन"की 10 मई की रिपोर्ट के अनुसार विश्व बैंक ने अनुमान लगाया कि 2015-16 वित्तीय वर्ष में पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत रहेगी, जो 5.5 प्रतिशत के वित्तीय वर्षीय लक्ष्य से कम होगी और साथ ही दक्षिण एशिया के दूसरे देशों की औसत वृद्धि दर 7 प्रतिशत से भी कम होगी।
विश्व बैंक के पाकिस्तान मामले पर जिम्मेदार प्रभारी पत्चामुथु इलान्गोवान ने कहा कि तेल के दामों में गिरावट और सरकार के शक्तिशाली वित्तीय और राजनीतिक कदम से फायदा उठाकर पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान की आर्थिक स्थिरता बनी रही है। उन्होंने पाकिस्तान से ऊर्जा विभाग के सुधार में गति देने की अपील की, क्योंकि बिजली के अभाव से पाकिस्तान के विकास और निवेश को नुकसान पहुंचा है।
रिपोर्ट के अनुसार पाक सरकार को उम्मीद है कि वर्ष 2018 के अंत तक चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के तहत ऊर्जा परियोजनाओं में 30 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा, ताकि बिजली की समस्या से छुटकारा पाया जा सके। ढांचागत सुधार को आगे बढ़ाने के अलावा, पाकिस्तान को श्रमिक बाज़ार में महिलाओं के प्रवेश को मज़बूत करना चाहिए। क्योंकि रोज़गार के बाजार में पुरुष की प्रधानता मौजूद है। पाकिस्तान में महिला श्रमिक शक्ति का भाग मात्र 22 फिसदी है।
(श्याओ थांग)