चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 18 अप्रैल को मॉस्को में चीन, रूस और भारत के विदेश मंत्रियों के बीच 14वीं भेंटवार्ता के बाद रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया। मौके पर वांग यी ने कहा कि चीन, रूस और भारत को 5 बड़े क्षेत्रों, 12 पहलुओं में व्यवहारिक सहयोग को आगे बढ़ाना चाहिए।
वांग यी ने कहा कि चीन, रूस और भारत तीनों देशों के लगातार विकास और तीनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध की मज़बूती के चलते तीनों देशों को सहयोग करते हुए सहयोग के दायरे का निरंतर विस्तार करना चाहिए। इस बार की भेंटवार्ता में चीन ने यह प्रस्ताव पेश किया कि सहयोग के अब तक के परिणाम के आधार पर राजनीतिक सलाह-मशविरे, रक्षा और सुरक्षा, अर्थतंत्र और वित्त, एक दूसरे से जुड़ने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे 5 बड़े क्षेत्रों में तीनों देशों के बीच सहयोग का विकास किया जाए।
वागं यी ने कहा कि इन सहयोग से तीनों देशों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग, द्विपक्षीय और त्रिपक्षीय सहयोग एक साथ आगे बढ़ाने की बेहतर स्थिति बनी रहेगी।
वागं यी के अनुसार चीन, रूस और भारत के बीच सहयोग एक खुली प्रक्रिया है और किसी अन्य पक्ष के खिलाफ़ नहीं है। चीन, रूस और भारत हमेशा से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में सकारात्मक, रचनात्मक शक्ति के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय शांति और स्थिरता, क्षेत्रीय विकास का बूस्टर भी है। तीनों देशों के बीच सहयोग का व्यापक भविष्य है। (वनिता)
आपके विचार (0 टिप्पणियां)
![]()
कोई टिप्पणी नहीं
powered by changyan
|