वांग यी ने कहा कि तीनों देशों के विदेश मंत्रियों ने वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय स्थिति से समान रुचि वाले अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों, तीनों देशों के बीच व्यवहारिक सहयोग पर अच्छी तरह विचार-विमर्श किया, अनेक महत्वपूर्ण सहमतियां प्राप्त कीं। यह एक कारगर, व्यवहारिक और सफल भेंटवार्ता है। तीनों देशों का समान विचार है कि तीनों देशों को तीन महत्वपूर्ण दिशा में सहयोग को आगे बढ़ाना चाहिए।
पहला, विश्व के बहु-ध्रुवीकरण और अंतरराष्ट्रीय संबंध के जनतंत्रीकरण में बढ़ावा दिया जाए। दूसरा, वैश्विक आर्थिक संचालन के सुधार और नवोदित बाजार देशों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाया जाए। तीसरा, विभिन्न क्षेत्रों में तीनों देशों के बीच व्यवहारिक सहयोग का विस्तार किया जाए।
वांग यी ने कहा कि चीन रूस और भारत के साथ सहयोग की व्यवस्था पर खासा ध्यान देता है। चीन रूस और भारत के साथ मिलकर इस सहयोग व्यवस्था का अच्छी तरह रक्षा, उपयोग और विकास करने को तैयार है, ताकि अंतर्राष्ट्रीय मामलों में उसके महत्व को आगे बढ़ाया जा सके।
(वनिता)
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