शुक्रवार को शुरू हुआ पहला अंतर्राष्ट्रीय महिला व्यापार मेला ने नेपाल की बिजनस महिलाओ को बाहरी दुनिया को यह दिखाने का मौका दिया कि कठिन रास्तों पर चलकर उन्होंने क्या हासिल किया है। वे आज एक आजाद नारी बन गई हैं।
दर्शना श्रेष्ठा, हस्तशिल्प और हर्बल उत्पादों की एक निर्माता कंपनी नेचर नेपाल की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। व्यापार मेला में वह अलग-अलग जैविक पौधों जैसे गुलाब, शहद, नीम, ताजे मिंट आदि से बने आठ प्रकार के साबुनों को बेच रही हैं तथा प्रदर्शन के लिए लगा रखे हैं।
यह महिला उद्यमी एक छोटा-सा कारखाना चलाती है जहां 4 महिला स्टॉफ दैनिक स्वच्छता आवश्यकताओं का उत्पादन करती हैं। वह नेपाल की महिला उद्यमियों एसोसिएशन के संघ (FWENA) की एक कार्यकारी सदस्य भी है। वह बताती हैं कि वह अपने ग्राहकों को सीधा माल पहुंचाती हैं।
FWENA की सह-संस्थापक, भवानी राणा का कहना है कि महिला ज्यादातर छोटे-मोटे उद्यमों तक ही सीमित हैं क्योंकि उन्हें बैंक लोन लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। नेपाल में पितृसत्तात्मक समाज है जहां सबसे अधिक संपत्ति और भूमि पुरुषों के नाम से पंजीकृत होते हैं।
मेला से यह मालूम हो गया है कि महिला अपने दम पर आसमान छूने का हौंसला रखती हैं।
(अखिल पाराशर)