एशिया विकास बैंक ने 30 मार्च को रिपोर्ट जारी कर कहा कि वर्ष 2016 में श्रीलंका के सामने भूमंडलीय मांग की कमी और घरेलू वित्तीय समस्या जैसी चुनौतियां मौजूद हैं। अनुमान है कि आर्थिक वृद्धि दर 5.3 प्रतिशत रहेगी और मुद्रा स्फाति दर 4.5 फीसदी।
एशिया विकास बैंक ने इसी दिन《वर्ष 2016 एशिया विकास आउटलुक》जारी कर कहा कि तेल के दामों में गिरावट आने के बावजूद श्रीलंका में प्रमुख निर्यातित उत्पादों की कम मांग और उनकी कम किमत की वजह से देश की आर्थिक वृद्धि सीमित रहेगी। जिससे अंतरराष्ट्रीय आय-व्यय पर दबाव पड़ेगा। सरकार द्वारा उठाए गए वित्तीय सुधारवादी कदमों से विदेशी पूंजी के प्रवेश में रुकावट आएगी।
रिपोर्ट में ये कहा गया है कि वर्ष 2015 में श्रीलंका की आर्थिक वृद्धि धीमी रही। वित्तीय घाटा लगातार बढ़ने, विदेशी मुद्रा भांडारण बड़े हद तक कम होने के चलते देश में आर्थिक वृद्धि की प्रेरक शक्ति बरकरार रखने के लिए श्रीलंकाई सरकार को इस वर्ष अपनी वित्तीय नीति बदलनी चाहिए।
(श्याओ थांग)