कुछ यूरोपीय विशेषज्ञों का मानना है कि अपने सामने सिलसिलेवार आर्थिक समस्याएं मौजूद होने पर भी चीन, भारी चुनौतियों का सामना करने को काफी सक्ष्म साबित रहेगा।
वियूबी विश्वविध्यालय के प्रोफेसर डूकन फ्रीमन ने हाल ही में चीनी संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि विश्व में प्रमुख विकसित अर्थव्यवस्था जैसे अमेरिका, यूरोपीय संघ और जापान के लिए आर्थिक विकास को बनाए रखना मुश्किल है। जिससे चीनी अर्थव्यवस्था को बाह्य खतरा पहुंचाया जाएगा। चीन के आर्थिक लक्ष्यों को पूरा हो सकेगा या नहीं, वह मुख्य रूप से चीन के अन्दरूनी विकास पर निर्भर रहेगा। पर सतत रुपांतरण करने के जरिये ही चीन को भारी प्रगतियां हासिल हो जाएंगी।
फ्रीमन ने कहा कि चीन में आर्थिक संरचनाओं का रुपांतरण किया जा रहा है। परंपरागत उद्योगों में रोजगार की कमी से लोहा-इस्पात और कोयला की मांग में गिरावट और भारी उद्योग में अतिरिक्त उत्पादन क्षमता नज़र में आने लगी हैं। समस्याओं के समाधान के लिए पुनःउत्पादित ऊर्जा जैसे नये उद्योगों के विकास में गति दी जानी चाहिये।
( हूमिन )