चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 16 मार्च को चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के सालाना पूर्णांधिवेशन की समाप्ति पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन की वित्तीय संस्थाएं संकट का मुकाबला करने में सक्षम हैं। चीनी बैंकों की पूंजी भंडार दर 13 प्रतिशत है जो अंतर्राष्ट्रीय मापदंड से अधिक है।
ली खछ्यांग ने कहा कि वित्तीय समस्याएं आम तौर पर आर्थिक समस्याओं से पहले ही उभरती हैं। लेकिन वित्तीय व्यवस्थाओं का प्रमुख मिशन वास्तविक अर्थव्यवस्था का साथ देना है। वास्तविक अर्थव्यवस्था कमज़ोर होने से गंभीर वित्तीय संकट पैदा होने का अंदेशा रहेगा।
ली खछ्यांग ने कहा कि चीन ने गत वर्ष ब्याज दर और बैंक के भंडार को कम करने के सिलसिलेवार कदम उठाये , लेकिन यह सब क्यूई (Quantitative easing) नहीं है। हम मुद्रा की आपूर्ति में संयम लेते रहे हैं। सो वित्तीय संस्थाओं को वास्तविक अर्थव्यवस्था के विकास का समर्थन देना चाहिये। वित्तीय प्रणाली का रूपांतर बाज़ार और कानूनी शासन के अनुसार किया जाएगा।
( हूमिन )