चीनी जन बैंक के गर्वनर चो श्याओ छ्वान ने 12वीं एपीसी के चौथे सत्र के दौरान 12 मार्च को हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन निर्यात के ज़रिए जीडीपी बढ़ाने के बजाए घरेलू मांग पर अधिक निर्भर करेगा। इसलिये आर्थिक विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये मौद्रिक, विनिमय दर नीतियों पर अत्यधिक निर्भरता नहीं रहेगी।
उन्होंने कहा कि जन बैंक की दृष्टि से आर्थिक वृद्धि का बहुत हद तक जमा राशि से संबंध होता है। चीन निर्यात से सकल घरेलू उत्पाद विकास दर हासिल करने पर अधिक निर्भर नहीं है। जबकि सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर में शुद्ध निर्यात का योगदान भी इतना अधिक नहीं होगा।
चो श्याओ छ्वान ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू मांग में कोई बड़ी आर्थिक एवं वित्तीय घटना नहीं हुई, तो चीन अपनी अपेक्षाकृत स्थिर मुद्रा-नीति पर डटा रहेगा, न कि आर्थिक वृद्धि के लिए जबरदस्त मुद्रा-नीति पर जोर लगाएगा। लेकिन अगर कोई बड़ी आकस्मिक घटना हुई , तो चीन लचीली मौद्रिक नीति अपनाएगा, ताकि घटना से पैदा होने वाली समस्याओं से निपटे।
अंजली